उत्तराखंड में केदारनाथ धाम मंदिर के खुले कपाट, जिसमें केवल रावल, मुख्य पुजारी और डीएम हुए शामिल
उत्तराखंड में केदारनाथ धाम मंदिर के खुले कपाट, जिसमें केवल रावल, मुख्य पुजारी और डीएम हुए शामिल
आज 17-05-2021 सोमवार को भगवान भोलेनाथ के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधि-विधान के साथ अगले छह माह के लिए खोल दिए गए है। बाबा केदार की छह माह की पूजा-अर्चना धाम में ही होगी।
कोरोना महामारी से बचाव के लिए जारी दिशा-निर्देशों के बीच कपाटों का उद्धघाटन परंपराओं के साथ हुआ। इस वर्ष भी श्रद्धालु इस पावन क्षण के साक्षी नहीं बन पाए। सोमवार सुबह 5 बजे मेष लग्न में धाम के कपाट खोल दिए गए। महाकाल ग्रुप ऋषिकेश द्वारा गुलाब, गेंदा, बसंती व कमल के मंदिर को 11 कुंटल फूलों से सजाया गया है।
आज सोमवार को सुबह तीन बजे से केदारनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना शुरू हूई। मुख्य पुजारी बागेश लिंग द्वारा केदारनाथ बाबा की समाधि पूजा के साथ अन्य धार्मिक कार्य पूरे किए गए।
इसके बाद निर्धारित समय पर सुबह 5 बजे रावल भीमाशंकर लिंग, जिलाधिकारी मनुज गोयल और देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य अधिकारी बीडी सिंह समेत अन्य आला अधिकारियों की मौजूदगी में केदारनाथ धाम के कपाट विधि-विधान के साथ खोल दिए गए।
भगवान केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का दिन केदारघाटी के ग्रामीणों के लिए नववर्ष के पहले दिन जैसा होता है। इसी पावन दिन पर वे अपनी वर्षभर की आजीविका का लेखाजोखा तैयार करते हुए नए कार्य का श्रीगणेश करते हैं।
यात्रा से घाटी के 80 से अधिक गांवों के हजारों परिवार जुड़े हैं। यात्रा में बच्चा हो चाहे बड़ा, हर कोई किसी ने किसी रूप से जुड़ा होता है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण बीते दो वर्षों से हालात काफी बदले हुए हैं। यात्रा स्थगित होने से केदारघाटी से लेकर धाम तक सिर्फ परंपराओं का निर्वहन हो रहा है।
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