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कोरोना वायरस हवा के जरिये फैल रहा ? | The Lancet की स्टडी में किया गया दावा

कोरोना वायरस हवा के जरिये फैल रहा ? | The Lancet की स्टडी में किया गया दावा


एक तरफ कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। हर रोज कोरोना के नए मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। तीसरे दिन लगातार दो लाख से ज्यादा नए कोरोना केस आए हैं। शनिवार को देशभर में 2 लाख 34 हजार 692 नए केस दर्ज किए और 1341 संक्रमितों की जान चली गई। 

वहीं दूसरी ओर दुनिया के प्रमुख हेल्थ रिसर्च जर्नल लैंसेट ने बड़ा दावा किया है। जर्नल में प्रकाशित एक रिव्यू में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस हवा के जरिए तेजी से फैलता है। वायरस को लेकर अब तक छपी अलग - अलग स्टडी का रिव्यू कर एक्सपर्ट्स ने अपनी बात को साबित करने के लिए कई कारण भी सामने रखे हैं। 

रिव्यू की मुख्य लेखक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की त्रिश ग्रीनहाल का कहना है कि नए खुलासे के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) समेत दूसरी हेल्थ एजेंसियों को वायरस के ट्रांसमिशन होने की परिभाषा को बदलने की जरूरत है। उन्होंने फिजिकल डिस्टेंसिंग , मास्क समेत जो अन्य नियम बनाए हैं , वह इस वायरस को रोकने में काफी नहीं हैं। आपको बता दें कि इस रिव्यू को यूके , यूएसए और कनाडा के छह एक्सपर्ट्स ने लिखा है। इस नए रिव्यू में कई अहम दावे किए गए हैं।

पहला दावा सुपर स्प्रेडर इवेंट में मिले केस-

नया रिव्यू कहता है कि कागिट कायर इवेंट एक सुपर-स्प्रेडर इवेंट साबित हुआ। इस इवेंट में एक संक्रमित व्यक्ति शामिल हुआ और उसने 53 अन्य लोगो को संक्रमित कर दिया। स्टडी में पता चला कि कई लोग तो आपस में भी संपर्क में नहीं आए थे और ना ही उनकी मुलाकात हुई थी निश्चित तौर पर हवा से वायरस फैला, तभी ये लोग इन्फेक्ट हुए।

दूसरा दावा इनडोर में ट्रांसमिशन ज्यादा-

रिसर्च में बताया गया है कि खुली जगहों के बजाय बंद जगहों में संक्रमण ज्यादा तेजी से फैलता है। बंद जगहों को हवादार बनाकर संक्रमण के फैलाव को कम किया जा सकता है ।

तीसरा दावा साइलेंट ट्रांसमिशन से फैला वायरस-

रिव्यू कहता है कि साइलेंट ट्रांसमिशन भी वायरस के फैलने में मददगार रहा । 40 % वायरस ट्रांसमिशन ऐसे लोगों से हुआ , जिनमें कोई लक्षण नहीं था । पूरी दुनिया में इन बिना लक्षण वाले लोगों ने वायरस को फैलाया।

चौथा दावा बड़े ड्रॉपलेट्स से फैलाव के सबूत कम-

भारी ड्रॉपलेट्स सेवायरस के तेजी से फैलने को लेकर बेहद कम सबूत मिले हैं । बड़े ड्रॉपलेट्स हवा में नहीं ठहरते । गिरकर सतह को संक्रमित करते हैं । किसी भी स्टडी में यह साबित करने वाला तथ्य नहीं मिला है।


कैसे रोक सकते हैं संक्रमण ?

हवा से फैलने वाले संक्रमण को रोकने के लिए वेंटिलेशन और एयर फिल्ट्रेशन बहुत जरूरी है । भीड़ में कम रहें , घर के अंदर कम से कम समय बिताएं या फिर अपने कमरे में किसी भी दूसरे व्यक्ति को न आने दें । घर के अंदर रहते हुए भी मास्क पहनें और अगर किसी कमरे में बाहर के लोगों का आना - जाना लगा रहता है तो उसमें वेंटिलेशन की व्यवस्था करें । मास्क की क्वॉलिटी और फिटिंग पर ध्यान दें । उच्च गुणवत्ता के पीपीई किट पहनकर ही संक्रमित व्यक्ति से मिलें।


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