नाग देवता का एक ऐसा अद्भुत मंदिर जंहा भूकम्प से भी मंदिर पर नहीं पड़ता कोई फर्क।
नाग देवता का एक ऐसा अद्भुत मंदिर जंहा भूकम्प से भी मंदिर पर नहीं पड़ता कोई फर्क।
नमस्कार दोस्तो तो हम आज बात कर रहे है, नाग देवता के एक ऐसे मंदिर की जिस मंदिर पर भुकम्प का कोई फ़र्क नहीं होता। नाग देवता का यह मंदिर उत्तराखंड में स्थित है।
उत्तराखंड के देहरादून जिले से करीब 65 किमी और ओतड़ गांव थत्यूड़ से 8 किमी दूरी पर स्थित है। गाँव में प्राचीन नाग देवता का मंदिर है, जो कि बहुत ही सुंदर है। मंदिर का वास्तुशिल्प देखने लायक है, नाग देवता का यह मंदिर तीन मंजिला है। और इसे पुराने जबानें के ढाँचे के आकार में लकड़ी और पत्थर से निर्मित किया गया है।
नाग देवता के इस मंदिर की यह ख़ासियत है कि इसको बड़े से बड़ा भूकम्प आ जाने से भी कुछ नुकसान नहीं हो सकता है।
क्योंकि इस मंदिर को बनाया ही इस आकीर्ति से हैं जो कि कोई से भी भूकम्प को सहन कर लेगा।
ओतड़ गाँव से नागटिब्बा करीब 8 किमी की दूरी पर स्थित है। नाग देवता के मंदिर में अप्रैल और अगस्त के महीने में पूजा अर्चना होती है।
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