!! गोल्ज्यू (गोलू) देवता की आरती !!
!! ॐ श्री 1008 गोल्ज्यू (गोलू) जी की आरती !!
ॐ जय-जय गोल्ज्यू महाराज, स्वामी जय गोल्ज्यू महाराज ।
कृपा करो हम दीन रंक पर, दुख हरियो प्रभु आज ।।ॐ।।
राज झलराव के तुम बालक होकर, जग में बड़े बलवान ।
सब देवों में तुम्हारा, प्रथम मान है आज ।। ॐ जय ।।
भान धेवर में धर्म पुत्र बनकर, काठ के घोड़े में चढ़ कर ।
दिखाये कई चम्तकार किया सभी का उद्धार ।। ॐ जय।।
जो भी भक्तगण भक्त भाव से, गोल्ज्यू दरबार में आये ।
शीश प्रभु के चरणों मे झुकाये, उसकी सब बधाये ।
और विघ्न गोल्ज्यू हर लेते । ।। ॐ जय ।।
न्याय देवता है प्रभु करते है इंसाफ ।
क्षमा शांति दो हे गोल्ज्यू प्रमाण लो महाराज ।।ॐ जय ।।
जो कोई आरती तेरी प्रेम सहित गावे, प्रभु भक्ति सहित गावे ।
सब दुख उसके मिट जाते, पाप उतर जाते ।। ॐ जय ।।
ॐ जय-जय गोल्ज्यू महाराज, स्वामी जय गोल्ज्यू महाराज ।
कृपा करो हम दीन रंक पर, दुख हरियो प्रभु आज ।।ॐ।।
राज झलराव के तुम बालक होकर, जग में बड़े बलवान ।
सब देवों में तुम्हारा, प्रथम मान है आज ।। ॐ जय ।।
भान धेवर में धर्म पुत्र बनकर, काठ के घोड़े में चढ़ कर ।
दिखाये कई चम्तकार किया सभी का उद्धार ।। ॐ जय।।
जो भी भक्तगण भक्त भाव से, गोल्ज्यू दरबार में आये ।
शीश प्रभु के चरणों मे झुकाये, उसकी सब बधाये ।
और विघ्न गोल्ज्यू हर लेते । ।। ॐ जय ।।
न्याय देवता है प्रभु करते है इंसाफ ।
क्षमा शांति दो हे गोल्ज्यू प्रमाण लो महाराज ।।ॐ जय ।।
जो कोई आरती तेरी प्रेम सहित गावे, प्रभु भक्ति सहित गावे ।
सब दुख उसके मिट जाते, पाप उतर जाते ।। ॐ जय ।।
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